चंडीगढ़ । हरियाणा में निकाय चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने बड़ी कार्रवाई की है. पार्टी ने 78 बागी नेताओं को बाहर का रास्ता दिखा दिया है. इनमें गुरुग्राम से 44, मानेसर से 33 और पटौदी से 1 नेता शामिल हैं. बागियों को सजा मिली है.
बीजेपी ने यह कदम उन कार्यकर्ताओं के खिलाफ उठाया है जो पार्टी का टिकट न मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे थे. जिला अध्यक्ष कमल यादव ने एक सूची जारी कर इसकी जानकारी दी. उन्होंने साफ किया कि पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल इन नेताओं को बीजेपी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है.
निकाय चुनाव में बीजेपी की सख्ती
बीजेपी ने पहले ही अपने नेताओं को आगाह कर दिया था कि कोई भी पार्टी लाइन के खिलाफ चुनाव न लड़े. इसके बावजूद कई कार्यकर्ताओं ने बगावत कर दी और निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया. इसी वजह से पार्टी ने कड़ा रुख अपनाते हुए सभी बागियों को पार्टी से बाहर करने का फैसला किया है।
इसका क्या असर होगा?
पार्टी में अनुशासन मजबूत होगा। भाजपा प्रत्याशियों की पकड़ मजबूत होगी। बागी नेता दूसरी पार्टियों के सदस्य या फिर निर्दलीय के तौर पर चुनावी मैदान में मजबूती से उतर सकते हैं। हरियाणा निकाय चुनाव से पहले भाजपा की इस कार्रवाई से साफ है कि पार्टी अनुशासनहीनता को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगी। अब देखना यह है कि इन 78 नेताओं का राजनीतिक भविष्य क्या करवट लेता है।
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