पानी बचाओ महासंघ द्वारा आयोजित हुई संगोष्ठी
कसया, कुशीनगर। नगरपालिका परिषद कुशीनगर क्षेत्र के बाड़ीपुल चौराहे पर पानी बचाओ महासंघ द्वारा संगोष्ठी आयोजित कर जल संकट से आगाह करते हुए पानी बचाने के लिए जन जागरूकता पर जोर दिया गया।
शनिवार को आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति के प्रदेश अध्यक्ष अजय प्रताप नारायण सिंह ने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग के चलते ग्लेशियर पिघल रहे हैं और लगातार जल दोहन से दुनिया में पानी का संकट भविष्य में खड़ा हो जाएगा। ऐसे में पानी बचाने के लिए महासंघ के आंदोलन को मजबूती की आवश्यकता है। नदी, नालों, पोखरों और कुएं आदि जल स्त्रोतों को बचाना होगा। कार्यक्रम को नियंत्रक रेडियो प्रज्ञा पडरौना ने पानी के महत्व को कविता के माध्यम से समझाया और नदी, नाले, तालाब व नहर में कूड़ा न डाले पानी को जितना आवश्कता हो उतना ही खर्च करे नहीं तो भविष्य में पानी के लिए तरसना पड़ेगा।
डा. राघवेंद्र सिंह ने बताया कि धरती पानी को शुद्ध करती है, हमारे शरीर के 80 प्रतिशत भाग पानी है शुद्ध पानी से ही स्वस्थ शरीर संभव है दुनिया में डाक्टर की संख्या कितना भी बढ़ जाए जब तक शुद्ध पानी नहीं मिलेगा तब तक शरीर स्वस्थ नहीं हो पाएगा
जन समर्पण पार्टी के जिलाध्यक्ष जनार्दन सिंह ने कहा कि जल के बचाव के उपायों पर ध्यान दिया जाय। भूमि बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष गोबर्द्धन प्रसाद गोंड, अधिवक्ता विजय शुक्ला ने कहा कि जल संकट से बचाव के लिए अधिक से अधिक पौधरोपण करना होगा। आयोजक पानी बचाओ महा संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय जुआठा ने कहा कि पानी के बाजारी करण से जल का संकट बढ़ रहा है। फैक्ट्रियों, संस्थानों और गाड़ी धुलाई जैसे सेंटरों को अधिक जल दोहन से रोका नहीं गया तो आने वाले समय में पानी को लेकर युद्ध होगा। गोष्ठी की अध्यक्षता पूर्व शिक्षक नेता हरिंद्र किशोर शाही, संचालन विजय राज शुक्ल ने किया।
इस दौरान क्षेत्रीय मंत्री मोहन चौहान, सुधीर शाही, डॉ राघवेंद्र सिंह, वीरेंद्र गोंड, ओमप्रकाश पाण्डेय,संदीप सिंह, धर्मी आजाद, दरोगा गोंड, विजय शंकर सिंह कौशिक, एडवोकेट जितेंद्र पटेल,भंते रत्नाकर, मनोज सिंह, मुन्ना, रामशंकर तिवारी, संजय सिंह, संदीप सिंह आदि मौजूद थे।
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