मेरठ । मेरठ के दिल दहला देने वाले सौरभ हत्याकांड में आए दिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं। हालिया जांच में सामने आया है कि सौरभ की हत्या के मामले में साहिल शुक्ला और मुस्कान के तांत्रिक क्रियाओं में लिप्त होने के संकेत मिल रहे हैं। जांच के अनुसार, हत्या के दौरान साहिल ने वध शब्द का उपयोग करते हुए सौरभ के सिर के साथ-साथ दोनों हाथों की हथेलियाँ काट दीं। मुस्कान ने दिल पर चाकू वार किया और हत्या के बाद रात के तीन बजे सौरभ के सिर और हाथों को बैग में डालकर साहिल के घर ले जाया गया।
इसके अतिरिक्त, जांच में पता चला है कि दोनों संदिग्ध अंधविश्वास में पड़कर स्नैपचैट पर अपनी-अपनी मरी हुई परिजनों – साहिल अपनी मां और मुस्कान अपनी मौसी – से बात करने का प्रयास कर रहे थे। कमरों की दीवारों पर अजीब-ओ-ग़रीब चित्रकारी और लेखन भी पाया गया, जिसमें शिव के आदियोगी अवतार और अन्य रहस्यमयी संकेत शामिल थे। कमरे के गेट पर लिखी पंक्तियाँ नमक स्वाद अनुसार अकड़ औकात अनुसार और अन्य प्रतीकात्मक चित्र इस बात की पुष्टि करते हैं कि पूरा कमरा तंत्र-मंत्र की क्रिया की कहानी कह रहा है।
शनि पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर श्री-श्री 108 महेंद्र दास जी महाराज के अनुसार, कर्ण पिशाचनी माता की सिद्धि प्राप्त करने के लिए ब्रह्मचर्य का होना आवश्यक है। खबरों के मुताबिक, साहिल और मुस्कान ने सिद्धि के लिए यू-ट्यूब पर देखे तंत्र-मंत्र के विधानों के अनुसार सौरभ की बलि दे दी थी। दोनों ने सिर और हाथ काटकर अपने कमरे में पूजा की और शव को जमीन में दफन कराने का प्रयास किया। पुलिस पूछताछ में दोनों ने इस बात की भी स्वीकृति दी कि जब दफन कराने का उपयुक्त स्थान न मिला, तो लाश को ड्रम में लाकर सीमेंट में गाड़ दिया गया।
जानकारी के अनुसार, मुस्कान ने अपनी मां कविता रस्तोगी से कर्ण पिशाचनी माता के बारे में जानकारी ली थी। वहीं, कविता ने बताया कि मुस्कान की पहचान पहले एक सामान्य लड़की सोभी के रूप में होती थी, लेकिन साहिल शुक्ला से मिलने के बाद दोनों का व्यक्तित्व बदल गया। 2019 में साहिल से मुलाकात के बाद मुस्कान ओशो के विचारों का अनुसरण करने लगी थी।
जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि मुस्कान ने थाने में ही यह खुलासा किया था कि उसकी असली मां मौसी जूली है, जबकि कविता रस्तोगी उसे सौतेली मां मानती थीं। साथ ही, पुलिस के अनुसार, 25 दिनों के भीतर मुस्कान के पिता अनिल रस्तोगी की भी मौत हो सकती है, जिससे पूरे परिवार में अनिश्चितता और भय का माहौल है।
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